कहे तो कविता मन की, दुख की, दर्द की अभिव्यक्ति है- यूं कहें तो कविता "जीवन में, अपने अपनों के, औरों के भावनाओं को व्यक्त करने की बैसाखी थी और है".. "मेरी कविताओं में दर्द है, आंसू है तो उसमें सुख के सुकून, खुशियों के मोती भी है"..! "उसमें पीड़ा है, बेचैनी है तो मुस्कानों की तुलसी भी है.. चाहने की अभीप्सा है, तो पाने की अभिलाषा भी है"..!!