रामेश्वर प्रसाद जगतबन्धु (जन्म: 03 नवम्बर 1932, बांदा, उ.प्र.) केन्द्रीय विद्यालय संगठन से सेवानिवृत्त शिक्षक, वरिष्ठ शिक्षा-विद् और समाजसेवी हैं। शिक्षा को वे चरित्र और कर्म निर्माण का साधन मानते हैं। उनकी कविताएँ और रचनाएँ राष्ट्रप्रेम, समानता और मानवीय मूल्यों के संवर्धन हेतु समर्पित हैं।