लेखिका का जन्म लुधियाना पंजाब में हुआ। इनकी प्रारम्भिक शिक्षा पंजाब में हुई तत्पश्चात् वह सपरिवार शिमला आ बसीं और आगे की शिक्षा शिमला में हुई। लेखिका ने स्नातक, एम.ए., एम.फिल. और पीएच.डी. की उपाधि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से प्राप्त की। लेखिका ने यूजीसी/नेट/जेआरएफ परीक्षा उर्तीण की और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में जूनियर एवं सीनियर रिसर्च फैलो भी रही। इनकी पीएच.डी. का शोध कार्य ‘मनीषा कुलश्रेष्ठ के कथा साहित्य में सामाजिक चेतना’ पर केन्द्रित था। शोधकार्य निर्देशिका प्रोफेसर (डॉ.) जोगेश कौर के निर्देशन में किया गया। लेखिका ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले सेमिनारों में शोध पत्र प्रस्तुति एवं प्रतिभागी के रूप में सहभागिता की है। इनके लेख एवं कविताएं राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। इन्हें सेमिनार और कार्यशालाओं में भाग लेना, नये-नये साहित्यकारों द्वारा रचित साहित्य को पढ़ना, लेखन के साथ-साथ संगीत सुनना और पेंटिग करना पसंद है।
सम्मानः