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Kasht Ka Sukh

AKA: कष्ट का सुख
Author(s): Girish Chandra Pande
333

  • Language:
  • Hindi
  • Genre(s):
  • Motivational / InspirationalPersonal Development & Self-Help
  • ISBN13:
  • 9789359119526
  • ISBN10:
  • 9359119520
  • Format:
  • Paperback
  • Trim:
  • 5.5x8.5
  • Pages:
  • 126
  • Publication date:
  • 22-Sep-2023

  •   Available, Ships in 3-5 days
  •   10 Days Replacement Policy

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'कष्ट का सुख' पुस्तक साधारण दृष्टिकोण से कष्टों को जीवन के महत्त्वपूर्ण हिस्से के रूप में देखती है। यह कहती है कि कष्टों से मुश्किलें होती हैं, लेकिन वे जीवन को सामृद्धि और परिपूर्णता की दिशा में बदल सकती हैं। यहां तक कि जब व्यक्ति सुख या दुःख में हो, तो भी उसकी जीवनशैली में विस्मृति का स्थान नहीं होना चाहिए। मातृत्व की उपलब्धि के लिए एक महिला के जीवन में कितने कष्ट छुपे होते हैं, यह समझना मुश्किल नहीं है। गर्भावस्था, प्रसव, और मां बनने की सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन वे सभी कष्टों को प्रेम से स्वीकारती है क्योंकि वह जानती है कि इनसे आगे मातृत्व का सुख है। जीवन में दुःख और सुख दोनों होते हैं, लेकिन उन्हें स्वीकार करके उनका सामना करने से ही हम अधिक शक्तिशाली बनते हैं। जीवन के असफलता के पलों को उत्सव के रूप में ग्रहण करने से ही हमारी दृष्टि बदलती है और हम सीखते हैं कि हर कठिनाई एक अवसर होता है।

Girish Chandra Pande

Girish Chandra Pande

गिरीश चन्द्र पाण्डे का जन्म १३ जुलाई, १९५७ को उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा जिले में हुआ। उन्होंने समाजशास्त्र और हिन्दी में एम.ए. की पढ़ाई की, और पांच पुस्तकें और 'ज्वलन्त मुद्दे' यूट्यूब चैनल पर काम किया। ३८ वर्षों तक सरकारी मंत्रालयों में कार्य करके उन्होंने सेवानिवृत्ति की।

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