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Kisi ne suna hi nahi !

AKA: किसी ने सुना ही नहीं !
Author(s): Mansha Gupta
220

  • Language:
  • Hindi
  • Genre(s):
  • General Fiction
  • ISBN13:
  • 9789355741615
  • ISBN10:
  • 9355741618
  • Format:
  • Paperback
  • Trim:
  • 5x8
  • Pages:
  • 169
  • Publication date:
  • 12-Jun-2022

  •   Available, Ships in 3-5 days
  •   10 Days Replacement Policy

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कहे तो कविता मन की, दुख की, दर्द की अभिव्यक्ति है- यूं कहें तो कविता "जीवन में, अपने अपनों के, औरों के भावनाओं को व्यक्त करने की बैसाखी थी और है".. "मेरी कविताओं में दर्द है, आंसू है तो उसमें सुख के सुकून, खुशियों के मोती भी है"..! "उसमें पीड़ा है, बेचैनी है तो मुस्कानों की तुलसी भी है.. चाहने की अभीप्सा है, तो पाने की अभिलाषा भी है"..!!

Mansha Gupta

Mansha Gupta

मनसा गुप्ता- बिहार के गया जिला में 18 अगस्त को पैदा हुई। मनसा की स्कूली शिक्षा वही से पूरी हुई। मगध विश्वविद्यालय से B.A (Hons) की डिग्री हासिल की।

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