मेरा एक लघु प्रयास है कि हम अपनी नित्य प्रतिदिन की दिनचर्या मे स्वयंँ को भारतवासी हूँ कहकर घर से बाहर निकले ऐसा करने से सम्भवतः हमारी अनेकताओं मे एकता की ताकत को बल मिलेगा ऐसा करने वाले भारतीय भारत निर्माण यज्ञ मे आहुति देने से भारत निर्माण करने मे सहायक बनेंगे ऐसी संभावना है l सत्य लिखना सत्य बर्तना सरेआम लिखना कहना व कटु सत्य अपनाना इतना आसान नहीं l
राष्ट्र व समाज को अपनी यह पुस्तक समर्पित करने मे मुझे गर्व की अनुभूति हो रही है l
मै अपने राष्ट्र के प्रत्येक व्यक्ति को भारत कह कर सम्बोधित करना चाहता हूँ l हे भारत उठो कुछ मनन भी करो! हे भारत उठो कुछ पढ़ो! हे भारत उठो आगे बढ़ो! हे भारत उठो सब एक हो जाओ! हे भारत उठो दरिद्रता भगाओ!
हे भारत उठो सबको उठाओ l वर्तमान मे पाठक पुस्तकों से दूर हो गया है l मेरा करबद्ध अनुरोध है कि थोड़ा कष्ट करें व लघु पुस्तिका यदि प्रशंसा के योग्य होवे तो प्रतिक्रिया संप्रेषित करें l आलोचना भी अनिवार्य है l मात्राओं व किसी शब्द के छपने मे यदि त्रुटि देखें तो अनुरोध है कि भाव समझने का प्रयास करें व क्षमा करें l